Miss AI: कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) की दुनिया में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल हुई है। मोरक्को की AI मॉडल किंजा लेली को दुनिया का पहला “मिस एआई” खिताब दिया गया है। हिजाब पहनने वाली पहली महिला के रूप में किंजा ने न सिर्फ खिताब हासिल किया बल्कि 20,000 डॉलर (लगभग 16 लाख रुपये) का नकद पुरस्कार भी जीता है।
विविधता और तकनीकी प्रगति का प्रतीक
फैनव्यू वर्ल्ड AI क्रिएटर अवार्ड्स में किंजा लेली ने 1500 से अधिक कंप्यूटर जनरेटेड मॉडल्स को पीछे छोड़ा। 40 वर्षीय मोरक्को की मिरियम बेस्सा द्वारा निर्मित किंजा लेली ना सिर्फ यथार्थवादी दिखती हैं बल्कि 7 भाषाओं को समझने और बोलने में भी सक्षम हैं। उनकी इस जीत को कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में हुई प्रगति का प्रतीक माना जा रहा है। साथ ही, यह विविधता और समावेश को भी बढ़ावा देता है।
इंस्टाग्राम पर 190,000 से अधिक फॉलोअर्स
किंजा लेली एक कंप्यूटर जनरेटेड मॉडल होने के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय हैं। उनके इंस्टाग्राम पर 190,000 से अधिक फॉलोअर्स हैं। वह रियल टाइम में सवालों के जवाब भी दे सकती हैं।
“मिस एआई” खिताब पर उठे सवाल
हालांकि, किंजा लेली की इस जीत को कुछ विवादों का भी सामना करना पड़ा है। कुछ लोगों का मानना है कि एक AI मॉडल को “मिस” कहना गलत है। उनका तर्क है कि यह खिताब असल महिलाओं के लिए होता है, ना कि कृत्रिम मॉडल्स के लिए।